शनि किस राशि में करेंगे गोचर
वैदिक शास्त्रों में नौ प्रकार के ग्रहों का उल्लेख मिलता है। यह ग्रह समय-समय पर बदलते रहते हैं। सभी नौ ग्रहों की अलग-अलग राशियां होती हैं। शनि वर्तमान में अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में है और अगले वर्ष, 2025 तक वहीं रहेगा। 29 मार्च, 2025 को शनि बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश करेगा और 3 जून, 2027 तक वहीं रहेगा। शनि की साढ़ेसाती में राशि परिवर्तन से कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है।
वृषभ राशि
शनिदेव के राशि परिवर्तन से वृषभ राशि वालों को फायदा होगा। इस राशि वाले लोगों को करियर और बिजनेस में अकल्पनीय लाभ मिलेगा। अपने पिता के साथ अच्छे संबंध रखें। अपने पिता की सेवा और सम्मान करें। आपको राजसी सुखों का अनुभव होगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। आप परिश्रमी रहेंगे। धन लाभ के योग हैं। सभी बकाया काम पूरे होंगे।
तुला राशि
शनि देव के राशि परिवर्तन से तुला राशि वालों को भी लाभ होगा। इस राशि में शनिदेव सबसे पहले आते हैं। इसलिए तुला राशि वालों को विशेष लाभ मिलता है। मीन राशि में गोचर के दौरान शनि देव तुला राशि के छठे भाव में रहते हैं। यह तुला राशि वालों को शत्रुओं के भय से मुक्ति दिलाती है। आपको मनोवैज्ञानिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। कोर्ट-कचहरी में आपकी जीत होगी। शारीरिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
मकर राशि शनि देव के राशि परिवर्तन से मकर राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा। इस राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलती है। आत्मविश्वास बढ़ता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होंगी। आपका रुका हुआ धन आपको वापस मिल सकता है। आप कोई नया काम शुरू कर सकते हैं । आपके सारे बिगड़े काम बनेंगे। प्रियजनों का सहयोग मिलेगा। अपनी मां के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आपका निवेश आपको बड़ा लाभ देगा।
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