पुलिस शिकायत में क्या कहा?
मानेसर पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-9 फरीदाबाद निवासी विवेक जैन ने बताया कि उनकी बेटी भव्या सेक्टर-14 फरीदाबाद के डीएवी स्कूल में पढ़ती है। वह यहां छठी की स्टूडेंट है। 17 दिसंबर को वह स्कूल ट्रिप पर गुड़गांव के पचगांव के निकट पाडा स्थित डेल्टा-105 एडवेंचर पार्क में आई थी। इसी दिन शाम चार बजे उनके पास स्कूल से कॉल आया कि उनकी बेटी जिपलाइन से गिर गई है। चोटें आने पर उसे मानेसर के प्रकाश हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। वह हॉस्पिटल पहुंचे तो उनकी बेटी बेहोशी की हालत में थी।
पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। अब इसमें किसकी लापरवाही है, इसकी जांच की जा रही है। शिकायतकर्ता ने स्कूल और एडवेंचर पार्क प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दी है।
सतेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर, मानेसर थाना प्रभारी
तीन दिन बाद आया होश, घरवालों को पहचान नहीं रही
आगे बताया कि रात के समय उन्हें लगा कि हॉस्पिटल में पर्याप्त साधन न होने के कारण इलाज सही से नहीं हो पा रहा है। उन्होंने अगले दिन गुड़गांव के सेक्टर-43 के पारस हॉस्पिटल में बच्ची को एडमिट करवाया दिया। यहां उनकी बेटी को तीसरे दिन 20 दिसंबर को होश आया। वह ठीक से बोल नहीं पा रही थी। वह उन्हें और उनकी पत्नी को पहचान नहीं पा रही थी। 24 दिसंबर तक भी उसकी हालत में अधिक सुधार नहीं हुआ। वह किसी से ठीक व्यवहार भी नहीं कर रही है।
20 फीट ऊंचाई से गिरी
पिता ने बताया है कि जिपलाइन से गिरने के मामले में स्कूल प्रबंधन और एडवेंचर पार्क प्रबंधन की लापरवाही है। इसी लापरवाही के कारण उनकी बेटी दिमागी हालत सही नहीं है। भविष्य में उसका दिमाग कितना काम करता है, यह डॉक्टर की राय और समय पर निर्भर करता है। विवेक जैन ने बताया कि सिक्युरिटी के उचित प्रबंध नहीं थे। पंद्रह जगह पर बच्ची के शरीर पर चोट के निशान हैं। करीब 20 फीट के ऊंचाई से वह पेड़ पर गिरी है। इसके कारण बचाव हो गया। बच्ची के पिता ने आरोप लगाया कि बच्ची की लास्ट टर्न थी। इसलिए रस्सी को सही से नहीं बांधा गया, जिप भी सही से नहीं लगी।
पुलिस ने दर्ज किया केस
मानेसर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। अब इसमें किसकी लापरवाही है, इसकी जांच की जा रही है। शिकायतकर्ता ने स्कूल और एडवेंचर पार्क प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दी है।